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Saturday, March 9, 2013
एक ये खौफ की कोई जख्म न देखले दिलका और.....
एक ये खौफ की कोई जख्म न देखले दिलका और.....
एक ये हसरत की काश ! कोई देखनेवालातो होता...!!!
----------------कुमार जिनेश शाह
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